पहली मुलाकात
इस महीने मे कुछ खास था,
उस वक़्त जब हम पहली बार मिले थे,
कितना खूबसूरत था ना वो हमारा साथ
हमारा वो बेवजह लड़ना
उस लडाई मे अपना प्यार जताना
कितना कुछ हमारे पास था
सब कुछ कितना सुकून था
आज फिर वही महिना है
जिसने दिया तो बहुत कुछ था लेकिन छीन सबकुछ लिया
इसी जालिम December ने
लेकिन फिर भी ना वक़्त बदला ना वो एहसास बदला
ना तेरी यादें बदली और ना ही मै बदला
बदला है तो बस साल लेकिन वो महिना ना बदला
इस महीने मे आज सब खाक है जिस महीने मे सब कुछ साथ था
उस वक़्त जब तु मेरे साथ था
तु मेरे साथ था
तु मेरे साथ था
Sachin dev
14-Apr-2023 05:03 PM
Nice
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